जब फागण मेला आए,
श्री श्याम ध्वजा लहराए,
कोई ये तो बताए,
मुझे ये क्या हुआ है,
मेरा दिल क्यूँ मचला जाए, 
जब फागन मेला आए,
श्री श्याम ध्वजा लहराए।।
तर्ज – मेरी चुनर उड़ उड़ जाए।
रंग रंगीला फागण मेला,
मेरे मन को भाए,
रात या दिन हो हरपल मुझको,
तेरी याद ही आए,
कोई ये तो बताए,
मुझे ये क्या हुआ है,
मेरा दिल क्यूँ मचला जाए, 
जब फागन मेला आए,
श्री श्याम ध्वजा लहराए।।
उनके दरश को हरपल मेरी,
अँखियाँ तरस रही है,
‘शुभम रूपम’ फागण की मस्ती,
हम पर बरस रही है,
कोई ये तो बताए,
मुझे ये क्या हुआ है,
मेरा दिल क्यूँ मचला जाए, 
जब फागन मेला आए,
श्री श्याम ध्वजा लहराए।।
जब फागण मेला आए,
श्री श्याम ध्वजा लहराए,
कोई ये तो बताए,
मुझे ये क्या हुआ है,
मेरा दिल क्यूँ मचला जाए, 
जब फागन मेला आए,
श्री श्याम ध्वजा लहराए।।
Singer: Shubham Rupam Bajoria 
Cont. 9830760005 
Music: Shashi kant Chaubey  
Video: Nishant Sharma
			






