सिंगोली रा श्याम पधारो,
भगता रे घर बेगा आवो,
आवो श्याम मारा पालनहार,
भगता पर थे करो उपकार,
थाने वंदन बारंबार,
भगता पर थे करो उपकार,
थाने वंदन बारंबार।।
मारे है बस थारो ही सहारों,
भगता सामी अब तो नालो,
श्याम धणी अब लाज राखलो,
दास गरीब को हाथ थाम लो।।
दुख सुख माई साथ है थारो,
था बिन ठाकुर कोन है मारो,
सरणा माई आयो थारे,
मारो तो है तु ही रखवालों।।
हर दम लेऊ नाम में थारो,
मैं चाकर तु ठाकुर मारो,
दास देव थारो लिख लिख गायो,
चरणा माई देवो ठीकाणो।।
सिंगोली रा श्याम पधारो,
भगता रे घर बेगा आवो,
आवो श्याम मारा पालनहार,
भगता पर थे करो उपकार,
थाने वंदन बारंबार,
भगता पर थे करो उपकार,
थाने वंदन बारंबार।।
गायक & लेखक – देव शर्मा आमा।
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