सबसे प्रीत लगाकर देखी,
बस धोखा ही खाया,
जग ने आंखें फेर ली तब,
इसने ही गले लगाया,
दुनिया वाले कहते है अब,
मैं ना रहा किसी काम का,
उनको क्या मालूम की अब मैं,
जोगी अपने श्याम का,
जोगी जोगी मैं श्याम दा जोगी।bd।
श्याम की महिमा घूम घूम कर,
गली गली में बाचूँ,
छोड़ के सारी लाज शर्म,
मैं इसके आगे नाचूं,
निकल पड़ा हूं प्रेम डगर पे,
निकल पड़ा हूं प्रेम डगर पे,
पता नहीं अंजाम का,
उनको क्या मालूम कि अब मैं,
जोगी अपनें श्याम का,
जोगी जोगी मैं श्याम दा जोगी।bd।
दुनियादारी देख के झूठी,
मन बैरागी डोला,
ओढ़ लिया तन मन पे मैंने,
श्याम नाम का चोला,
लगन लगी है अब तो ऐसी,
लगने लगी है अब तो ऐसी,
पता ना सुबह हो शाम का,
उनको क्या मालूम कि अब मैं,
जोगी अपनें श्याम का,
जोगी जोगी मैं श्याम दा जोगी।bd।
जी करता है छोड़ के सबकुछ,
खाटू में बस जाऊं
दुनिया की क्यों करूं खुशामत,
श्याम धनी को रिझाऊं,
लूट रहा है जग ये खजाना,
लूट रहा है जग ये खजाना,
सांवरिया के नाम का,
उनको क्या मालूम कि अब मैं,
जोगी अपनें श्याम का,
जोगी जोगी मैं श्याम दा जोगी।bd।
सबसे प्रीत लगाकर देखी,
बस धोखा ही खाया,
जग ने आंखें फेर ली तब,
इसने ही गले लगाया,
दुनिया वाले कहते है अब,
मैं ना रहा किसी काम का,
उनको क्या मालूम कि अब मैं,
जोगी अपने श्याम का,
जोगी जोगी मैं श्याम दा जोगी।bd।
Singer – Sheettal Paandey Ji








