मोरछड़ी को सांवरिया,
फटकारो दे दे,
हो फटकारो दे दे,
जनम मरण का फन्दा सु,
छुटकारो दे दे।।
छोड़ छाड़ के जग को झमेलों,
शरण पड्यो हूँ थारी,
लाज राखजो खाटू वाला,
थासु प्रीत मैं जोड़ी,
हो अब तो जनम जनम को म्हाने,
तू सहारो दे दे,
रे सहारो दे दे,
जनम मरण का फन्दा सु,
छुटकारो दे दे।।
काया कंचन कर दयो म्हारी,
मैं मूरख अज्ञानी,
पाप कियो हूँ घणा जगत में,
चौखट पकड़ी थारी,
हो अब तो श्याम नाम को,
होंठो पे जयकारो दे दे,
रे जयकारो दे दे,
जनम मरण का फन्दा सु,
छुटकारो दे दे।।
दर दर भटक के आयो बाबा,
घूमयो चारो कानि,
मिल्यो ना ऐसो जग में कोई,
बनतो जो हारे को सहाई,
ओ कोई भूल चूक को सत्या ने,
नज़रानो दे दे,
नजरानों दे दे,
जनम मरण का फन्दा सु,
छुटकारो दे दे।।
मोरछड़ी को सांवरिया,
फटकारो दे दे,
हो फटकारो दे दे,
जनम मरण का फन्दा सु,
छुटकारो दे दे।।
Singer – Niti Sharma








