रंग दो केशर घोड़ी री झूल,
अरे सुरा सावंत केशर कटोरे लेवो गाल भाई रे,
केशर कटोरे लेवो गा,,,, आआआ हाल,
हे हे ए हे हे, चढ़ती जाना रे करलो छाआ,,,
ए छाटणा रे हे हां हां।।
हमे चांदा सावंत रंग दो केशर घोड़ी री झूल भाई रे,
रंग दो केशर घोड़ी री झूउउ उल,
हे हे ए हे हे, जान्या रा रंग दो रे मेमद मो,
ए मोलिया रे ए हां हां।।
हमें पाल पाबू हू हू बणग्या पूनम केरा चांद भाई रे,
बणग्या पूनम केरा चां आआआ हाहाद,
हे हे ए हे हे जानी बणग्या किरणा रा झु,
ए,,,, झुमका रे ए हां हां।।
हमे चढ़ चढ जाना हो गी दरवाजे रे ए निकास भाई रे,
होगी दरवाजे रे निका आहास,
हे हे ए हे हे, आडी फिर बोली देवल चा ए,,,
चारणी रे ए हां हां।।
अरे देवल दुर्गा थारा कहिजे भूडोड़ा सभाव बाई ए,
थारा कहिजे भूडोड़ा सभा आ,,,हाव,
हे हे ए हे हे, कवांरी जाना रे रे आड़ा क्यों,
ए क्यों फिरो रे ए हां हां।।
अरे वींद वणोड़ा थे तो रे सीधावो थोंरी जोन भाई रे,
थे तो रे सीधावो थोंरी जो ओ,, ओन,
हे हे ए हे हे, धन रो रुखालो किण ने छो,
ए छोड़ियां रे ए हां हां।।
अरे धन रो रुखालो, सेंस किरणा रो सुरज भाण बाई ए,
सेंस किरणा रो सुरज भा आआहाण,
हे हे ए हे हे, सब सूं बडेरा रे बुडोजी ने छो,
ए छोड़ियां रे ए हां हां।।
अरे कोनी माने, बुड़े रे कुड़े रो विश्वास भाई रे,
बुड़े रे कुड़े रो विश्वा आ,,,, हास,
हे हे ए हे हे, बुड़े रे खींची रो धन भेलो,
ए भेअलो चरे रे ए हां हां।।
हमें भाई भालाला, बुड़ेजी ने लेजा थारी ज़ोन भाई रे,
बुड़ेजी ने लेजा थारी ज़ो ओ,,,, होन,
हे हे ए हे हे, चांदोजी ने छोड़ो गिड़धी को,
ए कोट में रे ए हां हां।।
अरे देवल दुर्गा हां-हां चांदेजी ने छोड़िया सरे नाय बाई ए,
चांदेजी ने छोड़िया सरे ना आआहाय,
हे हे ए हे हे चांदेजी सरोदे सावण भा,
ए भादवों रे ए हां हां।।
अरे पाल पाबू हू हू चांदेजी ने लेजा थारी ज़ोन भाई रे,
चांदेजी ने लेजा थारी ज़ो ओ होन,
हे हे हे ए हे हे, डाबो जी ने छोड़ो गिड़धी को,
ए कोट में रे ए हां हां।।
हमें देवल दुर्गा, डाबेजी ने छोड़िया सरे नाय बाई ए,
डाबेजी ने छोड़िया सरे ना आआहाय,
हे हे ए हे हे, डाबोजी सुकाशी चारण भा,
ए भाट ने रे ए हां हां।।
हमें भाई भालाला, डाबोजी ने लेजा थारी ज़ोन भाई रे ए,
डाबोजी ने लेजा थारी ज़ो ओ होन,
हे हे ए हे हे, हरमल ने छोड़ो गिड़धी को,
ए कोट में रे ए हां हां।।
हमें देवल दुर्गा, हरमल ने छोड़िया सरे नाय बाई ए,
हरमल ने छोड़िया सरे ना आआहाय,
हे हे ए हे हे, हरमल ले जासी जूने मा,
ए मारगा रे ए हां हां।।
हमें वींद बणयोड़ा सगलाने लेजा थारी ज़ोन भाई रे,
सगला ने लेजा थारी ज़ो ओ होन,
हे हे ए हे हे, पाछी रे बंधादे केशर का,
ए कालमी रे ए हां हां।।
अरे देवल दुर्गा, घोड़ी री मुख बायर मत काड बाई ए,
घोड़ी री मुख बायर मत का हा हा हाड,
हे हे ए हे हे, शीश लिखायो रे कोरे का आए,
कागजों रे ए हां हां।।
अरे देवल दुर्गा, दीनो ए लोटे में लूण गाल बाई ए,
दीनो रे लोटे में लूण गा आआ हाल,
हे हे ए हे हे, ओगली डुबोवे लिछमण दे ए देव री रे,
ए हां हां।।
स्वर – अनीता जांगिड़।
प्रेषक – जयसिंह जी नायक रघुवंशी गोयला।
9664103051








