मैं तो आऊंगी मोहन तेरे मैले में,
बात तुझ से करूगीं अकेले में।।
सच्ची सच्ची बोलू बाबा,
झूठ नहीं मैं कहती हूँ,
सारी दुनिया मोज करे मैं,
भारी दुखड़े सहती हूँ,
मैं तो लूट गई जग के खेले में,
बात तुझ से करूगीं अकेले में।।
घर में मेरा मन नहीं लगता,
रोज रहे से राड़ा,
बाबा जी तू मुझे लगादे,
मौर छड़ी का झाडा,
मैं तो फस गंई बडे झमेले में,
बात तुझ से करूगीं अकेले में।।
धूणे की भभूति तेरी,
बडी ही अनूठी है,
गंगा जल में घोल पीगी,
लागे मीठी मीठी है,
मैं तो घिर गंई भक्तों के रेलें में,
बात तुझ से करूगीं अकेले में।।
सुरेन्द्र सिंह निठौरा बाबा,
गुण तेरे गावे है,
गुरु राजू भक्त तेरी,
महिमा बतावे है,
मैं तो तर गंई एक ही हेले में,
बात तुझ से करूगीं अकेले में।।
मैं तो आऊंगी मोहन तेरे मैले में,
बात तुझ से करूगीं अकेले में।।
गायक – सुरेन्द्र सिंह निठौरा।
9999641853








