सांवरिया वीरा हो,
नानी रा वीरा हो,
ओ थारा भगत चितारे,
सुणता आजो रे।।
थारे ही भरोसे म्हारो,
बाबुल आयो,
लायो कोनी गाठड़ी,
साधुडा ने लायो ओ,
ओ हाथा वाजता,
वीणा ने तन्दुरा,
सांवरिया ओ,
ओ थारा भगत चितारे,
सुणता आजो रे।।
बाबुल मारो नामी,
सेठ केवातो,
ऊंची पैडी पे मण्डतो,
सब रो खातो ओ,
आयो टूटोडी गाड़ी में,
गत न्यारी,
सांवरिया ओ,
ओ थारा भगत चितारे,
सुणता आजो रे।।
कुण तो ओढावे रे,
लाल पीली ओढ़नी,
मर जासी चवरिया में,
नरसी री मोरनी ओ,
मारे आंगणीये लाज,
क्यु गमाडो,
सांवरिया ओ,
ओ थारा भगत चितारे,
सुणता आजो रे।।
सास ने नणद मारी,
खोटी घणी बोले,
जोड़ी रो बलम यो,
मुखँ नहीं खोलें ओ,
देवरियो नाराणियो,
कालजो चिरावे,
सांवरिया ओ,
ओ थारा भगत चितारे,
सुणता आजो रे।।
मेडी री मुण्डेरा चड,
जोऊ थारी बाटा,
बाबुल बिलखे मारो,
नेणा हे राता ओ,
अब तो माजनो,
जावेला सगा मे,
सांवरिया ओ,
ओ थारा भगत चितारे,
सुणता आजो रे।।
भगता रा हेला सुणजो,
द्वारिका रा वासी,
आवोला कदी पुछे,
साधुड़ा जमाती ओ,
कचंन रथड़ा में,
जोतोनी थे घोडला,
सांवरिया ओ,
ओ थारा भगत चितारे,
सुणता आजो रे।।
मायरा रो रथड़ो आयो,
नरसी हरषायो,
नानी बाई राधा रुक्मण,
वीरा ने वंदायो ओ,
गावे अनंत,
सुरेश रे मन भावे,
सांवरिया ओ,
ओ थारा भगत चितारे,
सुणता आजो रे।।
सांवरिया वीरा हो,
नानी रा वीरा हो,
ओ थारा भगत चितारे,
सुणता आजो रे।।
गायक – अनंत लोहार।
प्रेषक – केशु लाल लोहार।
9784293640








