है जलसा सांवरे का,
मस्ताना दोस्तों,
मिलकर बड़े हुजूर को,
बहलाना दोस्तों।।
तर्ज – एहसान मेरे दिल पे।
महफिल ना ऐसी दूसरी,
संसार में कहीं,
मस्ती ना ऐसी दूसरी,
दरबार में कहीं,
मिलता है यहां प्यार का,
मिलता है यहां प्यार का,
नजराना दोस्तों,
मिलकर बड़े हुजूर को,
बहलाना दोस्तों।।
इतने बड़े हुजूम में,
पड़ जाए एक नजर,
आया हूं मैं भी दूर से,
कर दे थोड़ी महर,
मालिक से इस गरीब का,
मालिक से इस गरीब का,
याराना दोस्तों,
मिलकर बड़े हुजूर को,
बहलाना दोस्तों।।
जलसा है साँवरे का,
ये चर्चा बड़ी है,
दीदार को प्रभु के,
बड़ी भीड़ खड़ी है,
देखेगा जलवा शाम का,
देखेगा जलवा शाम का,
जमाना दोस्तों,
मिलकर बड़े हुजूर को,
बहलाना दोस्तों।।
शिव श्याम बहादुर का,
इनसे लगाव है,
आ करके खुद ही देख लो,
क्या लाजवाब है,
इनका तो काम रास्ता,
इनका तो काम रास्ता,
दिखलाना दोस्तों,
मिलकर बड़े हुजूर को,
बहलाना दोस्तों।।
है जलसा सांवरे का,
मस्ताना दोस्तों,
मिलकर बड़े हुजूर को,
बहलाना दोस्तों।।
Singer – Raj Pareek Ji
Lyrics – Shivcharan Ji Bhimrajka