म्हारो भोलो है बम लेहरी,
लेहर लेहर लेहरावे,
पर्वता भांग घोटे,
भर भर लोटा घटकावे,
शिव शम्भू है बम लेहरी,
ओ लेहर लेहर लेहरावो।।
म्हारो भोलो मस्त मगन में,
कोई भांग री मस्ती छावे,
कोई भांग री मस्ती छावे,
म्हारो भोलो हैं बम लहरी,
लेहर लेहर लेहरावे।।
भोलो डम डम डमरू बजावें,
सिर सु गंगा बरसावें,
गले नाग लपेटा लेवें,
भोलो भुत डाकणिया नसावे,
म्हारो भोलो हैं बम लहरी,
लेहर लेहर लेहरावे।।
सावन रो महिनों आयो,
कैलाशों उत्सव छावे,
सब देवी देवता धयावे,
सब रिषी मुनि ध्यान लागावे,
म्हारो भोलो हैं बम लहरी,
लेहर लेहर लेहरावे।।
ओ भजन लालसिह लिखियो,
शिव शंकर ने मानावे,
ओ जाजवा रो वासी,
ओ मेघा बालाच गावें,
म्हारो भोलो हैं बम लहरी,
लेहर लेहर लेहरावे।।
म्हारो भोलो है बम लेहरी,
लेहर लेहर लेहरावे,
पर्वता भांग घोटे,
भर भर लोटा घटकावे,
शिव शम्भू है बम लेहरी,
ओ लेहर लेहर लेहरावो।।
गायक – मेघा बालाच जाजवा।
9521749016