जिंदगी से श्याम तुमने,
हर लिए है सारे गम,
खिलखिलाते आपसे है हम,
क्या कहूं तेरे लिए मैं,
शब्द पड़ गए आज कम,
खिल खिलाते आपसे हैं हम।bd।
तर्ज – आके भरलो बाजुओं में।
जब ना कोई था,
श्याम तू ही था,
जिसने ने पोंछे आंसू मेरे,
श्याम तू ही था,
देख तेरी किरपा बाबा,
आंख होती मेरी नम,
खिल खिलाते आपसे हैं हम।bd।
तेरी किरपा का,
हर निवाला है,
मुझको मेरी गर्दिशों में,
तुमने पाला है,
होते अगर जो तुम ना बाबा,
होते ना फिर आज हम,
खिल खिलाते आपसे हैं हम।bd।
तेरे चरणों की,
धूल भी बाबा,
इस ‘कमल’ से कीमती है,
कई गुना बाबा,
फिर भी सीने से लगाया,
भूल सकते कैसे हम,
खिल खिलाते आपसे हैं हम।bd।
जिंदगी से श्याम तुमने,
हर लिए है सारे गम,
खिलखिलाते आपसे है हम,
क्या कहूं तेरे लिए मैं,
शब्द पड़ गए आज कम,
खिल खिलाते आपसे हैं हम।bd।
Singer – Abhishek Nama
Lyrics – Raghav Gupta ‘kamal’