तेरी माया के आगे,
जब जीत मैं जाऊंगा,
उस रोज मैं सांवरिया,
तेरा हो जाऊंगा।।
तर्ज – बचपन की मोहब्बत को।
जब लोभ सिमट जाएं,
और कुछ ना मुझे भाए,
तेरे नाम की दौलत हो,
बस ये लालच आए,
ऐसा पाकर भंडार,
फिर मैं तर जाऊंगा,
उस रोज मैं सांवरिया,
तेरा हो जाऊंगा।।
संकट के बादल हों,
पर मन नहीं घबराए,
हाथों की लकीरें भी,
बदली सी नजर आए,
जब घात करे दुनिया,
फिर भी मुस्काऊंगा,
उस रोज मैं सांवरिया,
तेरा हो जाऊंगा।।
कहने को चाहे भले,
तेरा कीर्तन करता हूं,
झूठा भजता हूं तुम्हें,
झूठा ही गाता हूं,
मन के भावों को कभी,
जब बैठ बहाऊंगा,
उस रोज मैं सांवरिया,
तेरा हो जाऊंगा।।
इतनी सी अर्जी है,
बाबा तुम अमल करो,
कमजोर है ये “नेहा”,
आकर इसे प्रबल करो,
कमजोर है ये ‘प्रतीक’,
आकर इसे प्रबल करो,
बिन पंख के संग तेरे,
जिस दिन उड़ जाऊंगा,
उस रोज मैं सांवरिया,
तेरा हो जाऊंगा।।
तेरी माया के आगे,
जब जीत मैं जाऊंगा,
उस रोज मैं सांवरिया,
तेरा हो जाऊंगा।।
Singer – Prateek Mishra
9389220702
Lyrics – Neha Agrawal