हरि भजन को कल पर छोड़ा,
ये साँस निकल गई रे,
उमरिया धोखा दे गई रे,
उमरिया धोखा दे गयी रे।bd।
तर्ज – कन्हैया ले चल परली पार।
बालापन हंस खेल गंवाया,
आई जवानी समझ ना आया,
सपना देख निकल गई उमरिया,
सपना देख निकल गई उमरिया,
ये कछु ना दे गई रे,
उमरिया धोखा दे गयी रे।bd।
आई जवानी नींद ना छूटे,
नींद ना छूटे तन मन टूटे,
स्वांसा तार अटक गयो तन में,
स्वांसा तार अटक गयो तन में,
ये मौका दे रई रे,
उमरिया धोखा दे गयी रे।bd।
हरि भजन को कल पर छोड़ा,
ये साँस निकल गई रे,
उमरिया धोखा दे गई रे,
उमरिया धोखा दे गयी रे।bd।
Singer – Shri Ankush Ji Maharaj