मैं आया हूँ भोले तुम्हारी शरण,
श्लोक – कर्पूरगौरं करुणावतारं,
संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।
सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे,
भबं भवानीसहितं नमामि।।
मैं आया हूँ भोले तुम्हारी शरण,
हरो मेरे संकट हे संकटहरण,
मै आया हूं भोले तुम्हारी शरण।bd।
तर्ज – बहुत प्यार करते है।
दुनिया की बातें भुलाई है मैंने,
लगन तेरी मन में जगाई है मैंने,
मेरी जिंदगी प्रभु तेरे अर्पण,
मै आया हूं भोले तुम्हारी शरण।bd।
अपने दिल का दुखड़ा मैं किसको सुनाऊँ,
तुम्हे छोड़कर भोले अब कहाँ जाऊं,
अर्पण किया है तुम्हे जीवन मरण,
मै आया हूं भोले तुम्हारी शरण।bd।
प्रभु तेरे चरणों का मैं हूँ पुजारी,
तुम आदि दाता हो मैं हूँ भिखारी,
तुम्हारे हवाले मेरा तन मन धन,
मै आया हूं भोले तुम्हारी शरण।bd।
जो आया शरण में भोले वही तर गया है,
किया जिसने अभिमान वहीँ मर गया है,
‘सुरेश शर्मा’ के गुरु ‘राम किरणानंद’,
मै आया हूं भोले तुम्हारी शरण।bd।
मैं आया हूं भोले तुम्हारी शरण,
हरो मेरे संकट हे संकटहरण,
मै आया हूं भोले तुम्हारी शरण।bd।
गायक – किरणानंद जी।
देखे – भोले बाबा शरण में तुम्हारी।
भोले गिरिजापति हूँ तुम्हारी शरण।