तर्ज – उड़जा काले कावा
आ दुखड़े मिटा माता।।
आ दुखड़े मिटा माता।।
आ दुखड़े मिटा माता।।
आ दुखड़े मिटा माता।।
तर्ज – उड़जा काले कावा
आ दुखड़े मिटा माता।।
आ दुखड़े मिटा माता।।
आ दुखड़े मिटा माता।।
आ दुखड़े मिटा माता।।
बूटी ला दे रे बालाजी, बूटी ला दे रे, कहे ये राम पुकार, ओ मेरे पवनकुमार, लखन के प्राण बचा...
अजब अनोखा करके श्रृंगार, होकर नंदी पर वो सवार, गौरा बिहाने आए है भोलेनाथ जी, गौरा बिहाने आए हैं भोलेनाथ...
दरश दिखा दो बजरंगबली, बजरंगबली, बजरंगबली, बजरंगबली, बजरंगबली, जरा दरश दिखा दो बजरंगबली।। नाम है संकट मोचन तेरा, बिगड़ी बनाना...
दौलत शोहरत है केवल, संसार के लिए, हम तो प्रेमी पागल है, तेरे प्यार के लिए, हम तो प्रेमी पागल...
जिद है कन्हैया, बिगड़ी बना दो, मार के ठोकर या फिर, हस्ती मिटा दो, जिद है कन्हैया।। तर्ज - सागर...
मैने सौंपी है, जीवन की नैया तेरे हाथ, लोगो से हमने सुना है, हर दम तू ही देता है, हारे...
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Good.
बहुत शानदार लगा है | अति सुंदर है |