तेरी खाटू नगरी,
सपनों में दिखती है,
ऐसी किस्मत बाबा,
किस्मत से मिलती है।bd।
तर्ज – सावन का महीना।
सपनों में रिंगस दिखता,
श्याम बिहारी,
लहराती श्याम ध्वजा ने,
नींद उड़ा दी,
तोरण द्वार दिखा जब,
धड़कन ये बढ़ती है,
ऐसी किस्मत बाबा,
किस्मत से मिलती है।bd।
मंदिर की सीढ़ियों पर,
शीश झुका कर,
रोया बहुत मैं तेरे,
नजदीक आकर,
मुझसे नालायक पे,
भी किरपा बरसती है,
ऐसी किस्मत बाबा,
किस्मत से मिलती है।bd।
नाथ दया करे ऐसे,
साथ ना छूटे,
भूल ना हो ऐसी बाबा,
तू मुझसे रूठे,
‘चंदन’ ये सांसे भी,
तेरी माला जपती है,
ऐसी किस्मत बाबा,
किस्मत से मिलती है।bd।
तेरी खाटू नगरी,
सपनों में दिखती है,
ऐसी किस्मत बाबा,
किस्मत से मिलती है।bd।
Singer – Varsha Garg
Lyrics – Chandan Bairoliya