हाथों की हथकड़ी पाँव की बेड़ियाँ खुल गए खुद ही ताले मजा आ गया
हाथों की हथकड़ी, पाँव की बेड़ियाँ, खुल गए खुद ही ताले, मजा आ गया।। तर्ज – मेरे रश्के कमर। श्लोक -धरम का लोप …
हाथों की हथकड़ी, पाँव की बेड़ियाँ, खुल गए खुद ही ताले, मजा आ गया।। तर्ज – मेरे रश्के कमर। श्लोक -धरम का लोप …