गुरु मुरारी की बणी समाधि सुणो गाम समचाणे म लिरिक्स
गुरु मुरारी की बणी समाधि, सुणो गाम समचाणे म, दुनिया जावः तेरे प वारी, बैठया भगमा बाणे म।। जयकरण पिता […]
गुरु मुरारी की बणी समाधि, सुणो गाम समचाणे म, दुनिया जावः तेरे प वारी, बैठया भगमा बाणे म।। जयकरण पिता […]