मोरी टेर सुनो ब्रज के वासी ओ गोवर्धन गिरधारी
मोरी टेर सुनो ब्रज के वासी, ओ गोवर्धन गिरधारी।। आये हैं हम तेरे द्वारे, टेर सुनो जसुदा के प्यारे, चल न कंटक पथ …
मोरी टेर सुनो ब्रज के वासी, ओ गोवर्धन गिरधारी।। आये हैं हम तेरे द्वारे, टेर सुनो जसुदा के प्यारे, चल न कंटक पथ …