मन पकड़ मालूम कर जूना जोगी जद रणुकार जगाया
मन पकड़ मालूम कर जूना जोगी, जद रणुकार जगाया।। दोहा – मन तुं मेरी मान ले, बार बार कहूँ तोय, राम नाम सिमरण …
मन पकड़ मालूम कर जूना जोगी, जद रणुकार जगाया।। दोहा – मन तुं मेरी मान ले, बार बार कहूँ तोय, राम नाम सिमरण …