म्हारा कानुड़ा गिरधारी खीचड़ खा ले रे बनवारी लिरिक्स
म्हारा कानुड़ा गिरधारी, दोहा – कर्मा बेटी जाट की, थी भोली नादान, भगता की पत राख ली, मीरा के घनश्याम। म्हारा कानुड़ा गिरधारी, …
म्हारा कानुड़ा गिरधारी, दोहा – कर्मा बेटी जाट की, थी भोली नादान, भगता की पत राख ली, मीरा के घनश्याम। म्हारा कानुड़ा गिरधारी, …