जय जय जालन्धर नाथ आपने बार बार बलिहारी
जय जय जालन्धर नाथ आपने, बार बार बलिहारी, महिमा है जग में भारी, महिमा है जग में भारी।। कनकाचल पर्वत मन्दिर थारो, शोभा …
जय जय जालन्धर नाथ आपने, बार बार बलिहारी, महिमा है जग में भारी, महिमा है जग में भारी।। कनकाचल पर्वत मन्दिर थारो, शोभा …