छगन मगन मेरे लाल को आजा रे निंदिया आ लिरिक्स
छगन मगन मेरे लाल को, आजा रे निंदिया आ, चंचल मन घनश्याम के, नैनन बीच समा, आजा री निंदिया आजा, आजा री निंदिया …
छगन मगन मेरे लाल को, आजा रे निंदिया आ, चंचल मन घनश्याम के, नैनन बीच समा, आजा री निंदिया आजा, आजा री निंदिया …