ओ बीरू रे चोटिला हद सोवनो म्हारा ओम बन्नासा रो धाम
ओ बीरू रे चोटिला हद सोवनो, दोहा – चोटिला हद सोवनो, ओम बन्नासा रो धाम, दूर दूर रा यात्री, बन्नासा […]
ओ बीरू रे चोटिला हद सोवनो, दोहा – चोटिला हद सोवनो, ओम बन्नासा रो धाम, दूर दूर रा यात्री, बन्नासा […]