ऐसो रास रच्यो वृन्दावन है रही पायल की झंकार लिरिक्स
ऐसो रास रच्यो वृन्दावन, है रही पायल की झंकार।। घुंघरू खूब छमा छ्म बाजे, बजते बिछुवा बहुते बाजे, रवा कौंधनी […]
ऐसो रास रच्यो वृन्दावन, है रही पायल की झंकार।। घुंघरू खूब छमा छ्म बाजे, बजते बिछुवा बहुते बाजे, रवा कौंधनी […]