शेरावालिये मुझे अपना बनाले,
झूठा है जमाना,
अपने दर पे बुलाले।।
तेरे दरस को मैया,
अखियां है प्यासी,
दे के दरश मां दूर,
कर दे उदासी,
जैसा भी हूं मैया,
हमको निभाले,
झूठा है जमाना,
अपने दर पे बुलाले।।
उज्जली मैया तेरी,
किरपा निराली,
तेरे शक्ति धाम से कोई,
जाए ना खाली,
बालक हूं तेरा,
आंचल में छुपाले,
झूठा है जमाना,
अपने दर पे बुलाले।।
मैंने सुना है,
मुश्किलें दूर होगी,
‘तरुण राजन’ की,
अर्जी मां मंजूर होगी,
सेवा में ‘सूरज सोनी’,
को लगा ले,
झूठा है जमाना,
अपने दर पे बुलाले।।
शेरावालिये मुझे अपना बनाले,
झूठा है जमाना,
अपने दर पे बुलाले।।
गायक / प्रेषक – तरुण राजन।
9129763112









Bahut aachha lava