शरण में आ गया तेरी,
तेरा दीदार पाने को,
आंख में आंसू लाया हुं,
तेरे चरणों में चढ़ाने को।।
तर्ज – जगत के रंग क्या।
दुखों ने घेर लिया मुझको,
ना दिखता कोई सहारा है,
किनारा दे दो तुम बाबा,
भंवर में डूबती नैया को।।
भक्तों की भीड़ लगी है,
सांवरे द्वार पे तेरे,
नज़र भर देखना चाहूं,
तुम्हें मन में बसाने को।।
मुझे दुनियां ने सताया है,
कहीं ना चैन पाया है,
“विन्नी” अब चाकरी चाहें,
तेरे चरण दबाने को।।
शरण में आ गया तेरी,
तेरा दीदार पाने को,
आंख में आंसू लाया हुं,
तेरे चरणों में चढ़ाने को।।
Singer / Lyrics – Vinod Kumar (Vinny)








