अरे सांचो परचो सांवरिया को,
मंडपया में जान्यो,
साँवरियो मारो डाणी बन आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
अरे लखा भगत की सुन ने विनती,
यो घोड़ो सिंनगारयो,
साँवरियों म्हारो डाणी बण आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
अरे चोरा ने ललकारिया प्रभु,
घोड़े चड चाल्यो,
साँवरियों म्हारो डाणी बण आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
अरे चोर बोल्या सुन रे डानि,
का मरबा आयो,
साँवरियों म्हारो डाणी बण आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
अरे डानि केवे सुनो रे चोरडा,
नाम नही जान्यो,
साँवरियों म्हारो डाणी बण आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
अरे चोर होग्या आंदा वाने,
गेलो नही भाल्यो,
साँवरियों म्हारो डाणी बण आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
अरे गाया लेकर आयो रे साँवरो,
गुर्जर हरसायो,
साँवरियों म्हारो डाणी बण आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
अरे गावे हे जगदीश नरेश,
जुनावास आयो,
साँवरियों म्हारो डाणी बण आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
अरे उमेश डमरू कानो पेड़ पे,
नरेश संग आयो,
साँवरियों म्हारो डाणी बण आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
अरे जुनावास की खेड़ा देवी के,
विनायक लायो,
साँवरियों म्हारो डाणी बण आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
अरे सांचो परचो सांवरिया को,
मंडपया में जान्यो,
साँवरियो मारो डाणी बन आयो,
गुर्जर की गाया ने लायो।।
गायक – जगदीश जी वैष्णव / नरेश जी प्रजापत।
प्रेषक – शंभू कुमावत दौलतपुरा।
9981101560