पंछी सुर में गाते है,
भंवरे गुन गुनाते है,
घुंघरू बजाती है हवा,
चैत्र महीनो आई गणगौर,
देवा ओ देवा झालरिया,
ओ देवा रे देवा झालरिया।।
रत्ना जोगड़ से मैया,
म्हारे गांव में पावनी आई हो,
घर घर थारा नाम की,
मैया आज खुशहाली छाई हो,
झालरिया गाऊ हो,
मैया को सुनाओ हो,
हिलमिल देव झालरिया,
चैत्र महीनो आई गणगौर,
देवा ओ देवा झालरिया,
ओ देवा रे देवा झालरिया।।
तुरकय बालद मैया,
तेरे प्यारी प्यारी लगे हो,
भाईझम रालबाई,
थाने तुरगय बाला में डाला हो,
प्यार यह नजारा है,
झालरों का प्यारा है,
झिलमिल देव झालरिया,
बैसाख महीनो आई गणगौर,
देवा ओ देवा झालरिया,
ओ देवा रे देवा झालरिया।।
गवणा आरी बालद,
मैया थारे प्यारी घनी लागे हो,
भाई किसानयो आयो,
थाने गवणा री बालद लायो हो,
मौसम यह सुहाना है,
झालरों का प्यारा है,
झिलमिल देव झालरिया,
बैसाख महीनो आई गणगौर,
देवा ओ देवा झालरिया,
ओ देवा रे देवा झालरिया।।
सोने री पायल मैया थारे,
प्यारी घनी लागे हो,
भाई सिनेरियो आओ,
सोनारी पायल लायो हो,
मौसम यह सुहाना है,
झालरों का प्यारा है,
झिलमिल देव झालरिया,
बैसाख महीनो आई गणगौर,
देवा ओ देवा झालरिया,
ओ देवा रे देवा झालरिया।।
पंछी सुर में गाते है,
भंवरे गुन गुनाते है,
घुंघरू बजाती है हवा,
चैत्र महीनो आई गणगौर,
देवा ओ देवा झालरिया,
ओ देवा रे देवा झालरिया।।
गायक – देवेंद्र जी मेवाड़ा।
प्रेषक – शिवम राजपूत।
9893646291