बुढ़ापे बैरी कौण सुणेगा तेरी बात हरियाणवी भजन लिरिक्स
बुढ़ापे बैरी, कौण सुणेगा तेरी बात।। आया बुढ़ापा कान में कह गया, तीन पते की बात, मीठा बोलिए ले क ...
Read moreDetailsबुढ़ापे बैरी, कौण सुणेगा तेरी बात।। आया बुढ़ापा कान में कह गया, तीन पते की बात, मीठा बोलिए ले क ...
Read moreDetailsजागो पहाड़ावाली तेरा, जागण वेला होया, जागो गौरा माई तेरा, जागण वेला होया।। जागण चिड़िया, जागे माई ज्वाल्पा, जागे जगमग ...
Read moreDetailsमिलता है सच्चा सुख केवल, मैया तुम्हारे चरणों में, यह विनती है हर पल मैया, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में, ...
Read moreDetailsचुनरिया मात भवानी की, मैंने जयपुर से मंगवाई, जयपुर से रंगवाई री, रंगरेजे से रंगवाई, चुनरीया मात भवानी की, मैंने ...
Read moreDetailsलहर लहर लहरा गई रे, मेरी माँ की चुनरियाँ, माँ की चुनरियाँ, मेरी माँ की चुनरियाँ, लहर लहर लहरा गयी ...
Read moreDetailsऐसी चुनरी तू रंग दे ओ रंगले, माँ को ओढ़ाऊँ शीश झुकाकर, तेरे नाम की भी मैं अर्ज करूँगा, माँ ...
Read moreDetailsतेरी किरपा से मैया, हर काम हो गया, काम तूने किया, मेरा नाम हो गया।। वक्त आते रहे, वक्त जाते ...
Read moreDetailsचलो चलिए माँ के धाम, मैया ने बुलाया है, आया खुशियों का पैगाम, मैया ने बुलाया है, बुलावा आया है, ...
Read moreDetailsॐ जय श्री जीण मईया, बोलो जय श्री जीण मईया, सच्चे मन से सुमिरे, सब दुःख दूर भया, ओम जय ...
Read moreDetailsथारी कांई छः मनस्या, कांई छः विचार, सुणियो जी म्हारा लखदातार।। हार गयो जी मैं तो विनती कर क, पड़ी ...
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