देखो आई बसंत मतवारी रे बसंत पंचमी भजन लिरिक्स
फागुन के रंग उड़े, पुरवा के संग चले, चुनड़ के संग उड़े साड़ी रे, देखो आई बसंत मतवारी रे, देखो ...
Read moreDetailsफागुन के रंग उड़े, पुरवा के संग चले, चुनड़ के संग उड़े साड़ी रे, देखो आई बसंत मतवारी रे, देखो ...
Read moreDetailsगुरुवर का हुआ उपकार बहुत, अज्ञान तिमिर हरने के लिए, मेरे मन को बनाया है गागर, प्रभु ज्ञान सुधा भरने ...
Read moreDetailsऐसा देश दीवाना संतो, दोहा - शब्दा मारया मर गया, शब्दों छोड़या राज, जो नर शब्द विवेकिया, भाई उण रा ...
Read moreDetailsम्हे भी आवाँगा, म्हाने बुलाल्यो थे सरकार, मनड़ो ना लागे म्हारो, मनड़ो ना लागे म्हारो, सुणल्यो सरकार, म्हें भी आवाँगा, ...
Read moreDetailsआ जाओ घनश्याम श्याम, थारा टाबर जोवे बाट, श्याम मेरे आ जाओ, खाटू वाला श्याम श्याम, थारा टाबर जोवे बाट, ...
Read moreDetailsजाने कितनो की किस्मत, वहां जाके संवरी है, तिहुँ लोक में कोई और नहीं, मेरे बाबा की खाटू नगरी है।। ...
Read moreDetailsतूने ओ सांवरिया कैसा जादू किया, श्याम श्याम बोले मतवाला जिया, अपने ही रंग मे यू रंग लिया, तूने ओ ...
Read moreDetailsमेरी कुछ तो श्याम मजबूरी है, दोहा - मेरी सुनलो मेरे बाबा, सुनाने दिल की आया हूँ, दुखो से दूर ...
Read moreDetailsहमारे गुरु सब विधि पूरण काम, सब बिधि पूरण काम हमारे गुरु।। चार पदारथ देत दयानिधि, दानी दंपति नाम, हमारे ...
Read moreDetailsप्यारी लागे ओ साँवरिया, थाकि मुकट मणि। दोहा - प्रीत लगाकर सांवरा, तू परदेसा मति जाय, में ल्याउ मांग कर, ...
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