कइसे परिछी हम तोह के गँवार दुलहा लिरिक्स
कइसन अशुभ अमंगल, भेष बा तोहार दुलहा, कइसे परिछी हम, तोह के गँवार दुलहा।। सिर पर जटा हाथ तिरशूल, बदन ...
Read moreDetailsकइसन अशुभ अमंगल, भेष बा तोहार दुलहा, कइसे परिछी हम, तोह के गँवार दुलहा।। सिर पर जटा हाथ तिरशूल, बदन ...
Read moreDetailsएक हड्डी मुझसे करने लगी, बयान रे सांवरिया। दोहा - सेर करने हम जो निकले, दिल में कुछ अरमान थे, ...
Read moreDetailsमगन है राम धुन में जो, भगत उनका निराला है। दोहा - सभी देवों से इस संसार में, एक देव ...
Read moreDetailsप्रभु हमको इजाजत दो, तुमसे नजरे मिलाने की, तमन्ना है मेरी तुझको, निगाहों में बसाने की, प्रभु हमको इजाजत दों, ...
Read moreDetailsक्या वो करेगा लेके चढ़ावा, सब कुछ त्याग के बैठा कहीं, भक्त नहीं वो भला है ढूंढ़ता, गुण देखे गुणगान ...
Read moreDetailsचिंतन हो सदा मेरे मन में तेरा, चरणों में तेरे मेरा ध्यान रहे, चाहे दु:ख में रहूँ चाहे सुख में ...
Read moreDetailsहे गुरुदेव आपको क्या दूँ, वस्तु मैं उपहार में। दोहा - गुरु गोविन्द एक ही रूप सदा, नहिं द्वैत का ...
Read moreDetailsकैसे भूलूंगा मैया मैं तेरा उपकार, ऋणी रहेगा तेरा, ऋणी रहेगा तेरा हरदम मेरा परिवार, कैसे भूलूँगा मैया मैं तेरा ...
Read moreDetailsदरबार तेरा ओ श्याम, खुशियों का खज़ाना है, मिलता जो सुकून यहाँ, कहीं और ना जाना है।। ये भी देखें ...
Read moreDetailsउलट पलट कर दी लंका, वीर बलवान जी, पाताल विजय करके आए, उल्टे हनुमान जी, जय जय श्री राम की, ...
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