बही कैसे गंगा लहर धीरे धीरे भजन लिरिक्स
बही कैसे गंगा लहर धीरे धीरे, बहीं कैसे गंगा लहर धीरे धीरे।। तर्ज - चली जा रही है उमर धीरे। ...
Read moreDetailsबही कैसे गंगा लहर धीरे धीरे, बहीं कैसे गंगा लहर धीरे धीरे।। तर्ज - चली जा रही है उमर धीरे। ...
Read moreDetailsनगरी हो उज्जैन जैसी, क्षिप्रा का किनारा हो, और चरण हो महाकाल के, जहां मेरा ठिकाना हो।। तर्ज - नगरी ...
Read moreDetailsअब कभी मुझसे रूठे नहीं, ऐसी किस्मत सजा दीजिए, हे महाकाल राजा मुझे, अपने दर पे बुला लीजिए।। रंग लाती ...
Read moreDetailsकभी फुर्सत हो तो जगदंबे, निर्धन के घर भी आ जाना, जो रूखा सूखा दिया हमें, कभी उसका भोग लगा ...
Read moreDetailsभोलेनाथ जी का डमरू, दिन रात बज रहा है, भक्तों का पार बेडा, हाथों हाथ कर रहा है, भोले नाथ ...
Read moreDetailsजीवन निखारे श्याम हमारे, दीन दुखी के काज सँवारे, जीवन निखारें श्याम हमारे।। तर्ज - दो दिल टूटे दो दिल ...
Read moreDetailsजीव थारे कोई काम नहीं आयो, भजन बिना रितो जनम गमायो।। भाई बंदु थारा कुटम कबिला, थने गणो हरसावे, मरती ...
Read moreDetailsबाडिया वालो श्याम, आज कृपा करग्यो, मैं तो सोयो नींद में, ऐलान करग्यो।। चोरी चोरी चुपके चुपके, आयो बाबो रात ...
Read moreDetailsदेवी सिमरा शारदा मने, गणपति देव मनाया। दोहा - सिंह चढ़िया देवी मिलें, गरूड़ चढ़िया भगवान, बेल चढ़िया शिवजी मिलें, ...
Read moreDetailsखाटू वाले पकड़ो मेरा हाथ रे, मैं भी तेरे चरणों का हूँ दास रे, खाटू वालें पकड़ो मेरा हाथ रे।। ...
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