हंस वाहिनी जगत व्यापिनी वाणी माँ लिरिक्स
हंस वाहिनी जगत व्यापिनी वाणी माँ, करुणामई कल्याण कर कल्याणी माँ।। धधकती है ज्वाला माता, धधकती है ज्वाल माता, मोह ...
Read moreDetailsहंस वाहिनी जगत व्यापिनी वाणी माँ, करुणामई कल्याण कर कल्याणी माँ।। धधकती है ज्वाला माता, धधकती है ज्वाल माता, मोह ...
Read moreDetailsरेवा मैया मेरी नैया, पार लगा दो मैया, ओ मोरी रेवा मैया।। तर्ज - मेरे नैना सावन भादो। शिव की ...
Read moreDetailsम्हारी आई माता भव तारनी हो, लियो कलयुग में अवतार, म्हारी जगदम्बा जग जोगनी हो, थारी महीमा अपरम्पार, बिजोवा में ...
Read moreDetailsमारो श्याम सुणसी रे, अरज मारो श्याम सुणसी रे, मनडा सिंगोली में चाल, अरज मारो श्याम सुणसी रे।। सिंगोली में ...
Read moreDetailsम्हारा वरणीया रा गोगाजी महाराज हो, थाने पुजु बारम्बार, म्हारा पियाला वासक देवता हो, थोरो जग में मोटो नाम, देताकला ...
Read moreDetailsकोटड़ी में माँ सावित्री, थारी ज्योता जागे माँ, सब भक्तों रा कष्ट मिटाओ, जो कोई धोक लगावे माँ।। नीम के ...
Read moreDetailsक्यो कड़वा बोलो थे खारा जहर, तर्ज - शिवरु देवी थाने शारदा। प्रथम शिवरु देवी थाने शारदा ए भवानी, लागु ...
Read moreDetailsगजानंद आओ तुम्हें हम मनाए, चरणों में तेरे हम मस्तक झुकाए।। माता उमा पिता शंकर है देवा, रिद्धि के दाता ...
Read moreDetailsहै विश्वनाथ बाबा, सबसे बड़ा प्रतापी, उसका ही बनारस है, उसका ही ज्ञानवापी, हम उसका कर्ज साँस ये, देकर चुकाएंगे, ...
Read moreDetailsकौन दिशा में तोरी, बाजे रे मुरलिया, सूरत प्यारी ओ बनवारी, जरा देखन दे, देखन दे, कौन दिशा में तेरी, ...
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