केउ सांची सुनो हमारी पंचा को रुतबों भारी
केउ सांची सुनो हमारी, पंचा को रुतबों भारी। दोहा - बैठ हताया ऊपरे, मति बोलजियो झूठ, झूठ पाप को मूल ...
Read moreDetailsकेउ सांची सुनो हमारी, पंचा को रुतबों भारी। दोहा - बैठ हताया ऊपरे, मति बोलजियो झूठ, झूठ पाप को मूल ...
Read moreDetailsहरीराम जी रा पर्चा भारी, बाबो बड़ो तपधारी है, गांव झोरडो नगर बसायों, जाने दुनिया सारी है।। ब्राह्मण कुल रो ...
Read moreDetailsजग में गाय माता सुखदाई, जे कोई दूध पीवे गाय को, जन्म जन्म तिर जाई।। सुर असुर ने मंथन कीना, ...
Read moreDetailsहाँ जी चालो सत्संग में, दोहा - सत्संग से सुख उपज्ये, कु सत्संग गुण जाई, सत्संग के प्रताप से, काग ...
Read moreDetailsखम्मा खम्मा मारा बावजी, खम्मा घणी, बोजुंदा बिराजे म्हारा, सगस धणी।। दुखिया का बाबा दुखड़ा मिटावे, खुश होके थारे जागण ...
Read moreDetailsजय जय नखत तपधारी, सिद्ध आप कलयुग में अवतारी।। दादा आप हो कानू के लाला, जन्म भौम हैं आपरी चारणवाला, ...
Read moreDetailsतूने जो हाथ थामा, मंजिल की फिक्र क्या है, तेरे ही साथ चलना, तेरे ही साथ चलना, तेरी ही सारी ...
Read moreDetailsतेरे सिवा बाबा कौन सुनेगा, तुम ही सुनोगे तुमको, सुनना पड़ेगा, तुम ही सुनोगे तुमको, सुनना पड़ेगा।bd। तर्ज - साथी ...
Read moreDetailsझूठी दुनिया में रहना, दुश्वार हो गया, जबसे बांके बिहारी जी से, प्यार हो गया, जबसे बांके बिहारी जी से, ...
Read moreDetailsऐसा रिश्ता बना श्याम से, जिंदगी बीते आराम से, झूठे नातों की परवाह नहीं, मेरा नाता है घनश्याम से।। तर्ज ...
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