वन में चले रघुराई संग उनके सीता माई भजन लिरिक्स
वन में चले रघुराई, संग उनके सीता माई, राजा जनक की जाई, राजा जनक की जाई।। तर्ज - दिल में ...
Read moreDetailsवन में चले रघुराई, संग उनके सीता माई, राजा जनक की जाई, राजा जनक की जाई।। तर्ज - दिल में ...
Read moreDetailsआये अंजनी रतन हम तो तेरी शरण, हरो चिंता हमारी हे चिंता हरण।। हनुमन्ता रणधीरा, दुःख हर लो महावीरा। मंगल ...
Read moreDetailsमेरी नैया में लक्ष्मण राम, ओ गंगा मैयाँ धीरे बहो, गंगा मैयाँ हो गंगा मैयाँ, मेरी नैया मे चारों धाम, ...
Read moreDetailsना पकड़ो हाथ मन मोहन, कलाई टूट जाएगी, जवाहिर की जड़ी चूड़ी, जवाहिर की जड़ी चूड़ी, हमारी फुट जाएगी, ना ...
Read moreDetailsसंतन के संग लाग रे तेरी अच्छी बनेगी, अच्छी बनेगी तेरी बिगड़ी बनेगी, अच्छी बनेगी तेरी तेरी किस्मत जगेगी, जाग ...
Read moreDetailsपर घर प्रीत मत कीजे, छैल चतुर रंग रसिया रे भवरा, पर घर प्रीत मत कीजे, पर घर प्रीत मत ...
Read moreDetailsमैं हूँ शरण में तेरी हे नाथ डमरू वाले, दुःख से मुझे उबारो पाँवो में पड़ गए छाले, मैं हूँ ...
Read moreDetailsसंकटमोचन नाम तिहारो, बाल समय रबि भक्षि लियो तब तीनहुँ लोक भयो अँधियारो। ताहि सों त्रास भयो जग को यह ...
Read moreDetailsबानर बांको रे, लंका नगरी में, मच गयो हाको रे, बानर बांको रे ॥ मात सिया यूं बोली रे बेटा, ...
Read moreDetailsबड़ी दूर से चलकर आया हूँ, तर्ज - आवारा हवा का झोका हूँ बड़ी दूर से चलकर आया हू, मेरे ...
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