गंगा से गंगाजल भरके काँधे शिव की कावड़ धरके भजन लिरिक्स
गंगा से गंगाजल भरके, काँधे शिव की कावड़ धरके, भोले के दर चलो लेके कावड़ चलो, भोले के दर चलो ...
Read moreDetailsगंगा से गंगाजल भरके, काँधे शिव की कावड़ धरके, भोले के दर चलो लेके कावड़ चलो, भोले के दर चलो ...
Read moreDetailsआया सावन देख चाल, भोले की फ़ौज ने, मेरे बम लहरी का डमरू बाजे, अपनी मौज में, सच्चे मन ते ...
Read moreDetailsजबरा जंगल में बेठी आवरा, जग जननी जनम सुधार, जग जननी जनम सुधार, राठोडा कुल मझधार लीनो अवतार, राठोडा कुल ...
Read moreDetailsआया हूँ भोले मैं तेरे द्वार, मुझको भी कर दे भव से तू पार, तू तो बड़ा दानी है, मेरे ...
Read moreDetailsवायक आया ओ गुरुदेव रा, दोहा - जमळा माई जावणो, ने जागे रावळ माळ, अरे रूपा गुरु सु अर्ज करे, ...
Read moreDetailsहिन्दो घलई दूँ सत्संग बाग में, ओ गुरूजी। दोहा - गुरु बीणजारा ग्यान रा, ने लाया वस्तु अमोल, सौदागर साचा ...
Read moreDetailsसावरा मारे घरा भी आजे रे, राधा रुकमण लेन सावरा, बेगो आजे रे, मारे घर आजो रे कान्हा, मारे घर ...
Read moreDetailsनारायण आया पावणा, छोरिया म्हारी गाओ ये, बजाओ गढ़ की गुजरिया, म्हारा नारायण का गाओ मंगला चार, म्हारे देव पधारिया ...
Read moreDetailsशिव शंकर तुम कैलाशपति, है शीश पे गंग विराज रही, शिव शंकर तुम कैलाश-पति, है शीश पे गंग विराज रही।। ...
Read moreDetailsमजधार में है नैया, राहें अंजानी है, मेरे बाबा सुन लो मेरी, ये नाव पुरानी है, मजधार में हैं नैया, ...
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