सावन का महीना घटायें घनघोर भजन लिरिक्स
सावन का महीना घटायें घनघोर, बागों में झूले पड़ गए, झूले राधा नंदकिशोर।। तर्ज - सावन का महीना। प्रेम हिंडोले ...
Read moreDetailsसावन का महीना घटायें घनघोर, बागों में झूले पड़ गए, झूले राधा नंदकिशोर।। तर्ज - सावन का महीना। प्रेम हिंडोले ...
Read moreDetailsम्हारा सांवरिया सरकार, रम रहा खाटू में, सांवरिया म्हारा सांवरिया, सांवरिया म्हारा सांवरिया, म्हारा साँवरिया सरकार, रम रहा खाटू में।। ...
Read moreDetailsहरे शिव शंकर कष्ट सारे, चला आ शिव की, चला आ शिव की तू शरण में, काम सब बिगड़े वो ...
Read moreDetailsशिव शंकर चले कैलाश, नगाड़े बजने लगे, बजने लगे हां बजने लगे, बजने लगे बजने लगे, भक्तो गूंज रहा आकाश, ...
Read moreDetailsशंकर दयालु दूसरा, तुमसा कोई नहीं, देने से पहले तू जरा, क्यों सोचता नहीं, शंकर दयालु दुसरा, तुमसा कोई नहीं।। ...
Read moreDetailsदीवाना हूँ तेरा कान्हा, दीवाना हूं तेरा कान्हा, मुझे ज्यादा ना तड़पाना, मुझे ज्यादा ना तड़पाना, दीवाना हूं तेरा कान्हा, ...
Read moreDetailsअतरो संदेशो म्हारा गुरुजी ने केजो, सेवक ना हृदय मे रेजो रे, सेवक ना हृदय मे रेजो रे, अतरो संदेशों ...
Read moreDetailsपांचो आँँगलियां में राख दीयो फरको, खेल न्यारो ही देख्यो छ रघुवर को, न्यारो ही देख्यो छ रघुवर को, खेल ...
Read moreDetailsचरण शरण में आया है, ये दास तुम्हारा, ये दास तुम्हारा, दीन बँधू दीनो के रक्षक, जग मे नाम तुम्हारा।। ...
Read moreDetailsकब उड़ जाए पँछी, नही है इसका कोई ठिकाना, कब उड़ जाए पंछी नही है, इसका कोई ठिकाना।। तर्ज - ...
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