जिण घर कथा कीरत होवे भाग ज्योरे संत पोवणा आवे
जिण घर कथा कीरत होवे, दोहा - संत मिलन को चालिये, तज माया अभिमान, ज्यूं ज्यूं पग आगे धरे, कोटी ...
Read moreDetailsजिण घर कथा कीरत होवे, दोहा - संत मिलन को चालिये, तज माया अभिमान, ज्यूं ज्यूं पग आगे धरे, कोटी ...
Read moreDetailsसत्संग अमर जड़ी, जो कोई लाभ लियो सत्संग को, वाने खबर पढ़ी, जग में सत्संग अमर जड़ी।। नरसी सत्संग करी ...
Read moreDetailsए मन री है तन री, लगन री रे, ए भाया मन री है तन री, है लगन री रे, ...
Read moreDetailsगेरी गेरी बिरखा भाया, थे पाछा कैया जावो, माने साची साची बात बताओ जियो, साची साची बात बताओ जियो, खम्मा ...
Read moreDetailsअरे मारा सासुजी, खेतलाजी रा परचा घणा भारी, मारा सासुजी भेरूजी रा, परचा घणा भारी, मारा सासुजी, जाणो जाणो भेरूजी ...
Read moreDetailsधम धम सीता महले चढे, दोहा - सतीया सत मत छोडजो, और सत छोड्या पथ जाय, सत री बांधी लक्ष्मी, ...
Read moreDetailsए पधारो मारा पूरबजी, आज का भजनो मे, वेगा आविजो, आवो मारा पूरबजी, आज री जागन मे, वेगा आविजो, अरे ...
Read moreDetailsहर ग्यारस ने यो खाटू बुलावे, म्हारो बाबो म्हाने लाड़ लड़ावे, मायड़ और बाबुल की जईया, हर ग्यारस ने यों ...
Read moreDetailsहारना भी जरुरी था, तेरे दरबार में इस सर का, झुकना भी जरुरी था, मेरी आँखों से आंसू का, टपकना ...
Read moreDetailsहर ग्यारस पे मुझको, मेरे श्याम बुलाते है, वो हाथ पकड़ मेरा, खाटू ले जाते है, हर ग्यारस पे मुझको, ...
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