होवे नागणेची माँ,
नागाणा पर्वत में,
थे तो बिराजीया भवानी,
नगाणा धरती में,
थे तो बिराजीया,
नागणेची माँ,
आवो आवो भगतो वाली,
वेल म्हारी ए कुल धनीयानी,
वेल म्हारी ए नागोणा वाली,
महर तो करोनी,
नागोणे री मावडी भवानी,
अराधे पधारो जग री,
जोगनी कुलदेवी।।
होवे नागणेची मां,
राव तो धुहड जी,
भगत आपरा ए भवानी,
पीथल जी सोढा,
भगत आपरा नागणेची मां,
आया आया कन्नौज गढ रे,
माय म्हारी ए कुल री देवी,
माय म्हारी ए नागोणा वाली,
अराधे पधारो जग री जोगनी,
नागणेची महर तो करोनी,
मोटी मावडी भवानी।।
होवे नागणेची मां,
पीथल जी धुहड़ जी,
आया देवरे कुलदेवी,
पीथल जी धुहड़ जी,
आया देवरे नागणेची मां,
धार्यो थेतो चक्रेश्वरी रो रुप,
म्हारी ए कुल री देवी,
रुप म्हारी ए नागोणा वाली,
अराधे पधारो जग री जोगनी,
भवानी महर तो करोनी,
कुल री मावडी नागणेची।।
होवे कुलदेवी,
गढ़ रे कन्नौज सु रथडो,
हाकीयो भवानी,
गढ़ रे कन्नौज सु रथडो,
हाकीयो नागणेची मां,
आया थेतो गढ़ नागोणे,
माय म्हारी ए कुल री देवी,
माय म्हारी ए नागोणा वाली,
अराधे पधारो जग री जोगनी,
भवानी महर तो करोनी,
कुल री मावडी नागणेची।।
होवे नागणेची मां,
सूरज सामी देवल लागे,
सोवनो ए भवानी,
भाखरीयो तो लागे,
मन भावनो नागणेची मां,
आवो आवो सातम वाली,
रात म्हारी ए कुल री देवी,
रात म्हारी ए नागोणा वाली,
महर तो करोनी,
जग री जोगनी भवानी,
अराधे पधारो कुल री,
मावडी नागणेची।।
होवे नागणेची मां,
सोढा सेवड़ राठौड़,
ध्यावे आपने भवानी,
भगत मनावे ध्यावे,
आपने कुलदेवी,
मनीष सीरवी लिखे थोरी,
महीमा भारी ए कुल री देवी,
महीमा भारी ए कुल धनीयानी,
भवानी कोलू वालो,
गावे भाव सु नागणेची मां,
अराधे पधारो जग री,
जोगनी कुलदेवी।।
होवे नागणेची माँ,
नागाणा पर्वत में,
थे तो बिराजीया भवानी,
नगाणा धरती में,
थे तो बिराजीया,
नागणेची मां,
आवो आवो भगतो वाली,
वेल म्हारी ए कुल धनीयानी,
वेल म्हारी ए नागोणा वाली,
महर तो करोनी,
नागोणे री मावडी भवानी,
अराधे पधारो जग री,
जोगनी कुलदेवी।।
गायक – भवानी सिंह जी राजपुरोहित (कोलू)
लेखक – मनीष सीरवी रायपुर (जिला ब्यावर राजस्थान)
9640557818