मेरे राम तुमने,
ये क्या कर दिया,
जो छुप बाण सीने में,
मेरे दिया।bd।
(प्रसंग – बाली प्रभु श्री राम से।)
तर्ज – मेरे दोस्त किस्सा ये।
सुना था दया के,
सागर हो तुम,
मगर राम ये,
जान पाए ना हम,
बता दो हमें कहना,
किसका किया,
जो छुप बाण सीने में,
मेरे दिया।bd।
एक भाई बाली को,
मारा है क्यों,
दूजे को तुमने,
संभाला है क्यों,
यही सोच कर,
रोए मेरा जिया,
जो छुप बाण सीने में,
मेरे दिया।bd।
अगर मन में थी नाथ,
लड़ते अभी,
बाली का बल,
आजमाते अभी,
जलने से पहले,
बुझा ही दिया,
जो छुप बाण सीने में,
मेरे दिया।bd।
हुआ जो हुआ नाथ,
तारण तरन,
चला मैं चला राम,
तुम्हारी शरण,
ये जीवन हमारा,
अमर कर दिया,
जो छुप बाण सीने में,
मेरे दिया।bd।
अगर मुझसे कहते,
मैं करता यतन,
रावण का लंका में,
करता पतन,
और संग मैं लाता,
स्वयं ही सिया,
जो छुप बाण सीने में,
मेरे दिया।bd।
मेरे राम तुमने,
ये क्या कर दिया,
जो छुप बाण सीने में,
मेरे दिया।bd।
Singer – Dhanvantri Das Ji Maharaj








