मैया री तू मेरे घर भी आ जाइए,
तनै याद करूं फरियाद करूं,
मेरा इतना कहन पुगा जाइए,
कदे टैम काढ़ कै,
मैया री तू मेरे घर भी आ जाइये।।
देखी सै मैने दुनियादारी,
कोए किसे का साथी ना,
भीड़ पड़ी मै मैया री अड़े,
बनता कोए हिम्माती ना,
मैने रोटी तक भी भाती ना,
मां बेटे का फर्ज निभा जाइए,
कदे टैम काढ़ कै,
मैया री तू मेरे घर भी आ जाइये।।
भाई चारा रिश्तेदारी सब,
अपने होए पराए सै,
गिनती तक भी भूल गया मैने,
इतने धोखे खाए सै,
सब अपनया नै तीर चलाए सै,
मेरे सिर पै हाथ टिका जाइए,
कदे टैम काढ़ कै,
मैया री तू मेरे घर भी आ जाइये।।
टूटी सी मेरी झोपडी या,
जिसमैं मेरा बसेरा सै,
सुबह शाम तेरी जौत जगा,
धरती मैं लाया डेरा सै,
तने सब बाता का बेरा सै,
तू अपना प्यार दिखा जाइए,
कदे टैम काढ़ कै,
मैया री तू मेरे घर भी आ जाइये।।
संदीप समांलपुर आला तेरे,
सुंदर भजन बनावै सै,
बंटी गर्ग नरवाने आला,
तेरा ध्यान लगावै सै,
यू बैनीवाल भी गावै सै,
सुर और ताल सिखा जाइए,
कदे टैम काढ़ कै,
मैया री तू मेरे घर भी आ जाइये।।
तनै याद करूं फरियाद करूं,
मेरा इतना कहन पुगा जाइए,
कदे टैम काढ़ कै,
मैया री तू मेरे घर भी आ जाइए।।
गायक – संदीप बैनिवाल पाड़ला।
80599999596