मैं हूँ आपका कोई,
पराया नहीं हूँ,
तुमने बुलाया यूं ही,
आया नहीं हूँ।।
तर्ज – सौ साल पहले।
मैं जो दर पे आया हूँ,
तो मर्जी आप की होगी,
शायद तुमने बाबा,
मेरी अर्जी पढ़ी होगी,
खुशी इतनी खुद मैं,
समाया नही हूँ,
तुमने बुलाया यूं ही,
आया नहीं हूँ।।
क्या मुझको देना है,
ये तुमने सोच लिया होगा,
यहां आपकी चलती है,
मेरे कहने से क्या होगा,
मांगने हूं आया कुछ भी,
लाया नही हूं,
तुमने बुलाया यूं ही,
आया नहीं हूँ।।
‘पंकज’ का नमन बाबा,
आपके चरणों तक जाए,
तुम हाथ रखो सर पे,
मेरी तकदीर सुधर जाए,
तुम्हे छोड़ दिल ये कही भी,
लगाया नही हूं,
तुमने बुलाया यूं ही,
आया नहीं हूँ।।
मैं हूँ आपका कोई,
पराया नहीं हूँ,
तुमने बुलाया यूं ही,
आया नहीं हूँ।।
Singer – Gyan Pankaj Ji








