मैं बणया दीवाना भगतों र,
बनभौरी धाम का,
बनभौरी धाम का,
दीवाना उस मां के नाम का।।
भगतां प मां मेहर करै जो,
आजा इसके दर प,
मन की चाही पुरी करती,
मां हाथ धरै स सिर प,
जो करता भजन आरती र,
मेरी मां के नाम का।।
बांझन के घर लाल खिलाया,
सबसे न्यारी माया,
निर्धन को धन देने वाली,
और कोढ़ी को काया,
स चारों खूंट म रुक्का र,
मेरी मां के काम का।।
बनभौरी म भ्रामरी बणकै,
आई मां कल्याणी,
संत – महात्मा और वेदों से,
महिमा तेरी जाणी,
मैं चाहूं दर्शन पाणा री,
तेरे सुबह शाम का।।
गुरु राजेन्द्र भी मैया,
बस चाहवै कृपा तेरी,
जल्दी आजा घर मेरे,
ना लाओ मां अब देरी,
तेरी गावै महिमा सुनील कुमार,
लदाणे गाम का।।
मैं बणया दीवाना भगतों र,
बनभौरी धाम का,
बनभौरी धाम का,
दीवाना उस मां के नाम का।।
गायक & लेखक – सुनील कुमार लदानियां।
99961-23336








