माँ काली आइये री,
गोरख के जोड़े में,
गोरख के जोड़े में,
गोरख के जोड़े में,
मां काली आईए री,
गोरख के जोड़े में।।
तेरी बेटी न मैया री,
यो भवन सजाया री,
नाथों का मैया री,
मनै धूणा लाया री,
तू दर्श दिखाईए री,
गोरख के जोड़े में,
मां काली आईए री,
गोरख के जोड़े में।।
तेरी बेटी न तेरे नाम की,
करी कढ़ाई री,
लड्डू पेड़ा मेवा मिश्री,
मनै मंगाई री,
तू भोग लगाइए री,
गोरख के जोड़े में,
मां काली आईए री,
गोरख के जोड़े में।।
जय मैया की जय नाथों की,
गुंज रही जयकार,
तेरे भवन म पेससी की या,
पाट रही किलकार,
तु कष्ट मिटाईए री,
गोरख के जोड़े में,
मां काली आईए री,
गोरख के जोड़े में।।
संतोष भगतणी बेटी,
तेरी तनै बुलावै री,
राज फुल कुचराणे वाला,
महिमा गावै री,
तू गाण सिखाए री,
गोरख के जोड़े में,
मां काली आईए री,
गोरख के जोड़े में।।
माँ काली आइये री,
गोरख के जोड़े में,
गोरख के जोड़े में,
गोरख के जोड़े में,
मां काली आईए री,
गोरख के जोड़े में।।
गायक – राजफूल कुचराणा।
प्रेषक – गजेन्द्र स्वामी कुड़लण।