कर दयो मां का आसन तैयार,
आज मां घर मेरे आवैगी।।
राहों के म्ह फूल बिछादयो,
इत्र से दरबार महका दयो,
कर लियो मेरी मां का दीदार,
आज मां घर मेरे आवैगी।।
सत पकवानी भोग बनाइयों,
मेरी मां न आज बैठ ज़िमाइयो,
थारा होजै भोग स्वीकार,
आज मां घर मेरे आवैगी।।
सारे दुखड़े खोल बतादयों,
दिल की सारी मां न सुणादयो,
थारी आज सुणेगी पुकार,
आज मां घर मेरे आवैगी।।
गुरु राजेन्द्र मां तनै री मनावै,
तेरे नाम की मां ज्योत जगावै,
गावै महिमा सुनील कुमार,
आज मां घर मेरे आवैगी।।
कर दयो मां का आसन तैयार,
आज मां घर मेरे आवैगी।।
गायक & लेखक – सुनील कुमार लदानियां।
99961-23336








