गुरुदेव जी रा,
कोण मुख करूँ मैं बखान।
दोहा – गुरु मूरत मुख चन्द्रमा,
सेवक नयन चकोर,
अष्ट प्रहर निरखत रहूँ,
श्री गुरु चरनन की ओर।
गुरुदेव जी रा,
कोण मुख करूँ मैं बखान,
बांह पकड़ के जीव जगायो,
मेटी खेंचा ताण,
सतगुरु दाता रा,
कोण मुख करूँ मैं बखान।।
अड़सठ तीरथ गुरु चरणा में,
गुरु चरणा में गंग न्हाण,
गुरु के चरण में चारों धाम है,
गुरु के चरण में चारों धाम है,
पायो पद निर्वाण,
गुरु देव जी रा,
कोण मुख करूँ मैं बखान।bd।
सत शबद रो सेलो दिनों,
दीन्हि धरम कबाण,
भवसागर का सांसा मेट्या,
भवसागर का सांसा मेट्या,
फूटो जमा को डाण,
गुरु देव जी रा,
कोण मुख करूँ मैं बखान।bd।
अखेनाम रा भौरा लाग्या,
अमर नाम घमसान,
परम ज्योत में हंसा मिलग्या,
परम ज्योत में हंसा मिलग्या,
नहीं उपजे नहीं हाड़,
गुरु देव जी रा,
कोण मुख करूँ मैं बखान।bd।
शिव गोरख अरु कबीर नानक,
सब गुरु महिमा गाण,
श्री लादूनाथ योगी गुरु की कृपा से,
श्री लादूनाथ योगी गुरु की कृपा से,
निर्भय मौजा माण,
गुरु देव जी रा,
कोण मुख करूँ मैं बखान।bd।
गुरुदेव जी रा,
कोण मुख करूँ मैं बखान,
बांह पकड़ के जीव जगायो,
मेटी खेंचा ताण,
सतगुरु दाता रा,
कोण मुख करूँ मैं बखान।।
Singer – Rama Kumari Ji