एक दिन तेरी चौखट पे,
मैं आऊंगा,
तुझको देखूंगा और,
तेरा हो जाऊंगा,
मैंने सोचा ना था,
तेरी किरपा यूं मुझ पे,
बरस जाएगी,
जिंदगी मेरी यूं ही,
सवर जाएगी,
मैंने सोचा ना था।bd।
तर्ज – मैंने सोचा ना था।
मुस्कुराती हुई,
मेरी हर शाम है,
क्योंकि लब पे हमेशा,
तेरा नाम है,
तेरी सेवा का ऐसा,
मैं फल पाऊंगा,
तेरा प्रेमी जमाने में,
कहलाऊंगा,
मैंने सोचा ना था।bd।
मेरे कर्मों से ना ही,
तुम अनजान हो,
फिर भी बाबा तुम इतने,
मेहरबान हो,
मेरी सारी खताओं को,
बिसराओगे,
मुझसे नादान को,
ऐसे अपनाओगे,
मैंने सोचा ना था।bd।
ना उमंगे थी,
ना कोई उल्लास था,
तेरे बिन जिंदगी में,
ना कुछ खास था,
गम का ये सिलसिला,
ऐसे थम जाएगा,
‘सोनू’ भजनों में तेरे,
यूँ रम जाएगा,
मैंने सोचा ना था।bd।
एक दिन तेरी चौखट पे,
मैं आऊंगा,
तुझको देखूंगा और,
तेरा हो जाऊंगा,
मैंने सोचा ना था,
तेरी किरपा यूं मुझ पे,
बरस जाएगी,
जिंदगी मेरी यूं ही,
सवर जाएगी,
मैंने सोचा ना था।bd।
Singer – Sheetal Paandey Ji
Lyricist – Aaditya Modi Sonu