दानी दानी सबसे बड़ा,
शीश का दानी,
वो श्याम सरकार,
लगा के दरबार,
खाटू में बैठा है।bd।
पूछो जरा कौन है ये,
शीश का दानी,
हो गई जिसकी,
ये सारी दुनिया दीवानी,
पूछो जरा कौन है ये,
श्याम सरकार,
जान गया जान गया,
सारा संसार,
दानी-दानी सबसे बडा,
शीश का दानी,
वो श्याम सरकार,
लगा के दरबार,
खाटू में बैठा है।bd।
राजाओं का राजा है ये,
शीश का दानी,
कर दिया निहाल जिसने,
शक्ति पहचानी,
कलयुग का मालिक है,
श्याम सरकार,
भक्तों का पल भर में,
भरता भंडार,
दानी-दानी सबसे बडा,
शीश का दानी,
वो श्याम सरकार,
लगा के दरबार,
खाटू में बैठा है।bd।
पूछो जरा कैसा है ये,
श्याम का दरबार,
खाली कोई जाता नहीं,
कैसा चमत्कार,
पूछो जरा लोग यहां,
आते है क्यों,
अर्जी दरबार में,
लगाते है क्यों,
दानी-दानी सबसे बडा,
शीश का दानी,
वो श्याम सरकार,
लगा के दरबार,
खाटू में बैठा है।bd।
श्याम के दरबार में,
इंसाफ होता है,
हर गुनाह सेवक का,
यहां माफ होता है,
जो भी अर्जी आ गई,
प्रभु के सामने,
कर दिया ‘बनवारी’ उसका,
काम श्याम ने,
Bhajan Diary,
दानी-दानी सबसे बडा,
शीश का दानी,
वो श्याम सरकार,
लगा के दरबार,
खाटू में बैठा है।bd।
दानी दानी सबसे बड़ा,
शीश का दानी,
वो श्याम सरकार,
लगा के दरबार,
खाटू में बैठा है।bd।
Singer – Sanju Sharma Ji
Lyrics – Jai Shankar Chaudhary ‘Banwari Ji’