लम्बे लम्बे केश,
चौगानण बैठी चौक में,
चौगानण बैठी चौंक म्ह,
मैदानण बैठी चौंक म्ह,
लम्बे लम्बे केश,
चौगानण बैठी चौंक म्ह।।
शनिवार नै दुनिया पूजण,
आवै तेरे थान पै,
तनै नूहावैं ज्योत जगावैं,
मैया तेरे स्थान पै,
लागै पान पेड़ा भोग म्ह,
चौगानण बैठी चौंक म्ह।।
मेरी काया तेरे भरोसे,
तू सै मालिक मेरी मां,
और किसे की कोन्या चाहना,
मनै जरुरत तेरी मां,
मेरे काटदे नै रोग नै,
चौगानण बैठी चौंक म्ह।।
जगमग ज्योत तेरे चरणां म्ह,
लग्या सिंगासन आज तेरा,
सबके संकट काटण आली,
खुभ सजया श्रृंगार तेरा,
मैदानण बैठी चौंक म्ह,
चौगानण बैठी चौंक म्ह।।
राजपाल के संग म्ह हरदम,
देबी मां का दूत रहै,
सबके संकट काटै मैया,
बांद कै काचे सूत तै,
मूकेश के संग योग म्ह,
चौगानण बैठी चौंक म्ह।।
लम्बे लम्बे केश,
चौगानण बैठी चौक में,
चौगानण बैठी चौंक म्ह,
मैदानण बैठी चौंक म्ह,
लम्बे लम्बे केश,
चौगानण बैठी चौंक म्ह।।
गायक – मुकेश शर्मा उरलाणीया।
प्रेषक – गजेन्द्र स्वामी कुड़लणीया।
9996800660








