चांदपोल बजरंग,
शिला देवी छे आमेर में,
रे म्हारी माता छे आमेर में,
डिग्गी पति कल्याण धणी,
जगदीश बसे गोनेर में,
डिग्गी पति कल्याण धणी,
जगदीश बसे गोनेर में।।
इनसे मिलना हो तो पहले,
मन मंदिर को साफ करो,
कूड़ा करकट दूर हटाओ,
समय निकालो जाप करो,
समय निकलतो जावे रे बंदा,
थारी हेरा फेर में,
डिग्गी पति कल्याण धणी,
जगदीश बसे गोनेर में।।
ये सब है मंगल के दाता,
मंगल करे बखान जी,
जयपुर में गोविन्द,
त|रकेश्श्वर जी दया निधान जी,
दौसा में भोम्यो जी,
सांगो बाबा सांगानेर में,
डिग्गी पति कल्याण धणी,
जगदीश बसे गोनेर में।।
भाव भगत को देख भगत ने,
गोदी में बैठावे छे,
वाणी सीधी सकल पदारथ,
मन इच्छा फल पावत है,
लेनो हो तो लेले रे बंदा,
मत ना फिरे अंधेर में,
डिग्गी पति कल्याण धणी,
जगदीश बसे गोनेर में।।
काल करे सो आज ही करले,
मत ना करजे काल तू,
कदे दयालु मीठो करसे,
काल होवैगो पार तू,
काई लेके आयो रे बंदा,
काई ले जासी साथ में,
डिग्गी पति कल्याण धणी,
जगदीश बसे गोनेर में।।
चांदपोल बजरंग,
शिला देवी छे आमेर में,
रे म्हारी माता छे आमेर में,
डिग्गी पति कल्याण धणी,
जगदीश बसे गोनेर में,
डिग्गी पति कल्याण धणी,
जगदीश बसे गोनेर में।।
गायक – धरम चन्द नामा।
9887223297